diesel and petrol price today: Petrol-Diesel Price Today India पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई संशोधन नहीं होने का कारण है कि पेट्रोलियम कंपनियों को हो रहा घाटा। इसका मुख्य कारण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की मूल्यों में मजबूती आ रही है, जिससे पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल पर प्रति लीटर तक़रीबन तीन रुपये का घाटा हो रहा है। इसके विपरीत, पेट्रोल पर उनके मुनाफे में कमी हो रही है।
तेल उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि पेट्रोलियम कंपनियां खुदरा कीमतों में कटौती करने से परहेज कर रही हैं, जिससे उनके मुनाफे कम हो रहे हैं। यह एक सामान्य परिस्थिति है जब कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय मूल्य में विपरीत मूल्यवृद्धि हो रही है और इससे पेट्रोलियम कंपनियों को अधिक लागत उठानी पड़ रही है।price for petrol today
इस स्थिति में सरकार ने इंतजार करने की सलाह दी है, और अभी तक आधिकारिक बयान नहीं किया है कि क्या और कब किया जाएगा। इसके बावजूद, लोगों के मन में यह सवाल है कि ऐसा क्यों हो रहा है और क्यों पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संशोधन नहीं हो रहा है।
Petrol-Diesel Price Today Maharashtra भारतीय तेल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL), और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) भारत में ईंधन बाजार पर बड़ा प्रभाव डालती हैं और इनका यहाँ तक का दावा है कि इनके पास लगभग 90 प्रतिशत ईंधन बाजार पर नियंत्रण है। इन कंपनियों का मुख्य कारण यह है कि ये भारत में पेट्रोल, डीजल, और रसोई गैस (एलपीजी) की आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा करती हैं।
इसके बावजूद, कच्चे तेल के मूल्यों में बदलाव के बावजूद, इन कंपनियों ने लंबे समय से इन ईंधनों की मूल्यनिर्धारण में कोई स्वेच्छा से बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब है कि इन कंपनियों ने अब तक आम लोगों को किसी भी तरह की राहत नहीं प्रदान की है, जिससे वाहन उपयोगकर्ताओं और घरेलू उपयोगकर्ताओं को आर्थिक दुख का सामना करना पड़ रहा है।
तेल आयात के मामूले में भारत निर्भर है, जो देश की आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। आयात पर निर्भरता ने तेल के मूल्यों में विपरीत प्रभाव डाला है, जिससे तेल कंपनियों को नुकसान हो रहा है। यह आर्थिक चुनौती पैदा कर सकता है और सरकार को नीति निर्माण में सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।
Petrol-Diesel Price Today MP पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह बताया है कि सरकार कीमतें तय नहीं करती हैं और तेल कंपनियां अपने निर्णय को समझकर उन्हें लेती हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि बाजार में अस्थिरता है, जिससे तेल कंपनियां अपनी आर्थिक स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए चुनौती का सामना कर रही हैं।